हरियाणवी सिंगर और डांसर सपना चौधरी सुर्खियों में है, दरअसल गुरुवार देर शाम सपना की कार का गुरुग्राम में एक्सीडेंट हो गया, हालांकि बाद में पता चला कि उस वक्त सपना चौधरी गाड़ी में मौजूद नहीं थीं। इससे इतर अगर बात करें सियासत की तो एक सवाल सबके मन में उठ रहा है कि क्या दिल्ली विधानसभा चुनाव में सपना को चुनावी मैदान में बीजेपी उतारेगी, या फिर हरियाणा की तरह ही प्रचार में ही इस्तेमाल करेगी।
आपको बता दें कि सपना चौधरी को बीजेपी में लाने का श्रेय दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी को दिया जाता है, लोकसभा चुनाव के दौरान सपना मनोज तिवारी के लिये दिल्ली में वोट मांगती भी दिखी थी, हालांकि तब वो बीजेपी की आधिकारिक सदस्य नहीं बनी थी, तब उनके राजनीति में आने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन अब कहा जा रहा है कि केजरीवाल के किले को तोड़ने के लिये बीजेपी हर दांव आजमा सकती है।
आपको बता दें कि दिल्ली में बीजेपी करीब दो दशक से सत्ता से दूर है, पार्टी सत्ता में लौटने के लिये तरह-तरह की रणनीति बना रही है, इसी रणनीति के तहत सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी बांटी गई है, सपना चौधरी को नजफगढ या फिर केजरीवाल सरकार के किसी मंत्री के खिलाफ उतारा जा सकता है।
कहा जा रहा है कि पूर्वांचल के लोगों को लुभाने की जिम्मेदारी मनोज तिवारी, तो युवाओं को साथ लेने के लिये गौतम गंभीर, दलितों के लिये हंसराज हंस, ओबीसी के लिये सांसद परवेश वर्मा और व्यापारियों की समस्याओं के लिये विजय गोयल को आगे किया गया है, बीजेपी दिल्ली की सत्ता में लौटने के लिये नये-नये दांव खेल रही है।