मोहल्ला शाहीन बाग दुनियाभर में मशहूर हो चुका है। जहां करीब 2 महीने से ‘नागरिकता संशोधन कानून’ (सीएए) को लेकर धरना प्रदर्शन चल रहा है। इस प्रदर्शन की कमान शाहीन बाग की औरतों ने संभाली है। सड़कों से लेकर वहां की दीवारें तक चीख-चीख कर सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध कर रही हैं। दिल्ली के सर्द मौसम में भी प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं, जिनमें अधिकतर संख्या महिलाओं और बच्चों की है। ऐसे में उनके चाय-नाश्ते और खाने के लिए कई लोग मदद कर रहे हैं। ऐसे ही एक शख्स हैं डीएस बिंद्रा, जिन्होंने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को लंगर खिलाने के लिए अपना फ्लैट तक बेच दिया।
सोशल मीडिया पर हो रही है तारीफ
Mdfuzail
@Mdfuzail99
This man is ADVOCATE DS BINDRA . He sold his flat to arrange Langer at #Shaheenbagh . No words to praise your effort SIR. Massive respect for you.. #ShaheenBaghProtest #shaheenbaghlanger #sikhbrothers
‘इंडिया टुडे’ की रिपोर्टर के मुताबिक, दिल्ली हाई कोर्ट के वकील बिंद्रा लोहड़ी के पहले से ही शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को लंगर खिला रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने अपना एक फ्लैट भी बेच दिया है। दरअसल, बिंद्रा के पास तीन फ्लैट थे। कैश की कमी होने के कारण उन्होंने एक फ्लैट बेचने का फैसला किया। अब सोशल मीडिया पर बिंद्रा के इस कदम की लोग खूब सरहाना कर रहे हैं।
कौन करवा रहा है चाय-नाश्ता?
Khalid Salmani
@khalidsalmani1
लोग कहते है के #शाहिन_बाग मे चाय नाश्ता कौन करा रहा है कौन है जो बिरयानी खिला रहा है तो देखलो विरोध करने वालो ये वो दिवाने है जिनका नाम इतिहास मे लिखा जाएगा...#शाहिन_बाग में लंगर चलाने के लिए सिख भाई ने बेच दिया अपना फ्लैट.#Advocate_DS_Bindra
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इस विडियो को ट्विटर यूजर Khalid Salmani ने शेयर करते हुए लिखा, ‘लोग कहते है के #शाहिन_बाग मे चाय नाश्ता कौन करा रहा है? कौन है जो बिरयानी खिला रहा है? तो देखलो विरोध करने वालों ये वो दिवाने है जिनका नाम इतिहास मे लिखा जाएगा…#शाहिन_बाग में लंगर चलाने के लिए सिख भाई ने बेच दिया अपना फ्लैट। विडियो में दिख रहे शख्स हैं #Advocate_DS_Bindra
क्या कहा बिंद्रा ने?
विडियो में आप बिंद्रा को कहते सुन सकते हैं, ‘लंगर एक बार चालू हो जाए, तो हम उसे बंद नहीं करते। 537 सालों से लंगर चलता आ रहा है। कैमरे पर यह चीज बोलने की नहीं है लेकिन फिर भी मैं आपको बता देता हूं कि मेरे तीन फ्लैट थे। मैंने एक बेच दिया है, जिसके पैसों से यह लंगर चल रहा है। पहले वाइफ ने ऐसा करने से काफी रोका। लेकिन अब वह सहयोग कर रही हैं। अगर 1 साल तक लंगर चालान पड़े तो भी चलाऊंगा। जरूरत पड़ी तो दो फ्लैट हैं उन्हें भी बेच दूंगा। दरअसल, उन्होंने यह लंगर पंजाब से आए लोगों के लिए शुरू किया था। लेकिन लंगर शुरू होने के बाद उसे बंद नहीं किया जाता।’
परिवार कर रहा है मदद
डीएस बिंद्रा के दो बच्चे हैं। लड़के की मोबाइल शॉप है और लड़की MBA की पढ़ाई कर रही है। उन्होंने लंगर लोगों की सेवा के लिए शुरू किया। उनका कहना है कि इनकम टैक्स वाले सोच रहे हैं कि उनके पास लंगर के लिए इतना पैसा कहां से आ रहा है। जबकि उनके पास कागज हैं, जिसमें फ्लैट बेचने की तारीख और अमाउंट दोनों मेनशन हैं। बता दें, डीएस बिंद्रा ने सिर्फ शाहीन बाग में ही नहीं, वो दिल्ली के मुस्तफाबाद और खुरेजी में भी लंगर लगा चुके हैं।