केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बारे मे जाने कुछ रोचक बातें

राम विलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946 बिहार से वर्तमान के खगड़िया और पूर्व में मुंगेर जिले में के अलौली विधानसभा के सहरबन्नी गांव में एक दलित परिवार में हुआ था। उनकी पहली शादी 1960 में राजकुमारी देवी से हुई थी। उनकी पहली पत्नी से दो बेटियां ऊषा और आशा हैं। 1981 में उन्होंने पहली पत्नी को तलाक दे दिया और 1983 में अमृतसर की पंजाबी हिंदू और एयरहोस्टेस रीना शर्मा से दूसरी शादी की। दूसरी पत्नी रीना से पासवान को एक बेटा और एक बेटी है। बेटा चिराग पासवान अभी जमुई से सांसद हैं। उन्होंने एमए और एलएलबी की पढ़ाई की


लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख राम विलास पासवान बिहार की राजनीति के सबसे प्रमुख दलित चेहरे हैं. इस बार अहम बात यह है कि लंबे अंतराल के बाद वे फिर से नीतीश कुमार के साथ खड़े हैं.




साल 1977 में देश का माहौल बदल चुका था और कांग्रेस की आंधी लगभग समाप्त सी हो चुकी थी. कारण कांग्रेस और इंदिरा गांधी की ओर से घोषित आपातकाल रहा. इसका असर हाजीपुर चुनाव पर भी दिखा और कांग्रेस की करारी हार हुई. जनता पार्टी के टिकट पर रामविलास पासवान पहली बार यहां से संसद चुने गए.


पासवान ने कहा, 'जिसका जो अधिकार है वह अक्षुण्ण रहेगा. कोई किसी के अधिकार को छीन नहीं सकता है, जो मुसलमान भाई हमारे देश में हैं वो हमारे हैं. दलित हों या किसी भी जाति के लोग हों, जब तक हमलोग हैं, सरकार है, संविधान है, कोई किसी के ऊपर अंगुली नहीं उठा सकता है.' उन्होंने कहा, 'बुधवार को)भी हमारी गृहमंत्री से बातचीत हुई है. प्रधानमंत्री से भी बातचीत होती है. इस संदर्भ में पूरी तरह से आश्वस्त करना चाहते हैं कि NRC का फिलहाल कोई मसला नहीं है.'




हाजीपुर से 8 बारसांसद रहे पासवान


पासवान के चुने जाने के बाद राज्यसभा में लोजपा का भी खाता खुल गया। पासवान ने इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। वे हाजीपुर से आठ बार सासंद चुने गए। इस बार हाजीपुर से उनकी जगह उनके छोटे भाई पशुपति कुमार पारस ने चुनाव लड़ा था।पासवान ने हाजीपुर से1977, 1980, 1989,1996, 1998, 1999, 2004 और 2014 मेंचुनाव जीता।