नहीं माने लोग, तो पुलिस ने सील कर दिया पूरा दिल्ली-6

नई दिल्ली:  दिल्ली-6 यानि मध्य दिल्ली का इलाका पूरी तरह सील करके वहां कोरोना मरीजों की जांच की जा रही है। यहां से कुछ पाजिटिव केस आने के बाद यह कदम उठाया गया है। समझाने के बावजूद जब लोग नहीं माने तो गलियों में टीन की चादरें ठोक दी गई हैं। सभी इलाकों में सेनेटाइजेशन का काम भी चल रहा है। जिन सड़कों और इलाकों को सील किया गया है, उनमें दिल्ली गेट, तुर्कमान गेट, सुभाष मोहल्ला, पटौदी हाउस, लाल गली-1, लाल गली 2, गली बालियान, सब्जी मंडी रोड, हवेली आजम खान कट, चौक चितली, चौरी वाला रोड, सड़क प्रेम नारायण, शंकर गली, डीडीए फ्लैट्स एंट्री, वर्धमान प्लाजा, गली थर्ड फाटक तेलियान, गली सुशीला, गली आकिल टी पॉइंट, हज मंजिल, सैय्यद मार्ग, तिराहा बैरम खान, कूचा ताराचंद, रकाब गंज आदि इलाके शामिल हैं।


 


पुलिस ड्रोन कैमरों के जरिए इलाके पर नजर रख रही है। वहीं,चांदनी महल थाने में जमातियों की सूचना नहीं देने पर जिला पुलिस ने मस्जिद से जुड़े लोगों के खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज किए हैं। दरअसल, पुलिस ने इलाके के पांच सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे में लिया है,जोकि चांदनी महल के बाहरी रोड पर लगे हुए थे, जबकि अंदर लगे कैमरों की फुटेज बाद में चेक की जाएगी। वह इसके जरिए पता लगा रही है कि जमाती इलाके में किन-किन लोगों से मिले थे। पूछताछ के आधार पर भी कोरोना से पीड़ित जमातियों के संपर्क में आए लोगों की लिस्ट तैयार की जा रही है। इससे स्वास्थ्य विभाग को इनकी जांच करने में आसानी होगी और इन सभी लोगों को क्वारंटीन रहने के लिए कहा जाएगा। वहीं, छत्ता लाल मियां आरडब्ल्यूए के मेंबर नईम मलिक ने बताया कि प्रशासन ने इलाका तो सील कर दिया है, लेकिन जरूरत के सामान कैसे उपलब्ध होगा, इसकी कोई जानकारी मुहैया नहीं कराई है। कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अब तक भीतर की गलियों में झांकने तक नहीं आया है। शुरूआत में सब ठीक चल रहा था और लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रख रहे थे। लेकिन अचानक प्रशासन की तरफ  से कॉन्टेनमेंट करने का आदेश आ गया। इस वजह से शनिवार सुबह डेरी पर दूध ही नहीं आया। मौजूदा हालात देखते हुए अब ज्यादा दिक्कत होने की आशंका लग रही है। 



 


पूरा ही इलाका होगा सील



कोरोना के फैलते संक्रमण को देखते हुए पुलिस अब दिल्ली-6 के पूरे इलाके को सील करेगी। नबी करीम और चांदनी महल को शुक्रवार रात ही सील कर दिया गया था। पुलिस का कहना है कि दरियागंज, हौजकाजी, कमला मार्केट, पहाड़ गंज, डीबीजी रोड, जामा मस्जिद आदि सभी इलाकों को सील कर दिया जाएगा। पहाडग़ंज, नबी करीम और डीबीजी रोड में 15 मस्जिद हैं। जामा मस्जिद इलाके में 54 मस्जिद हैं। सभी पर पुलिस लगातार नजर बनाए हुए है। उधर, 3 दिन में 3 मौतों से मचे हड़कंप के बाद शुक्रवार को ही डिस्ट्रिक्ट मिजिस्ट्रेट (सेंट्रल) निधि श्रीवास्तव ने आदेश जारी कर पूरे इलाके को सील करने के निर्देश दे दिए हैं। आनन-फानन में पुलिस और प्रशासन दोनों अलर्ट हो गए हैं। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि डोर-टू-डोर सैंपलिंग की व्यवस्था की गई है। 


 


दरियागंज की सब्जी मंडी को भी बंद कर दिया गया 
शनिवार को प्रशासन और पुलिस ने नेताजी सुभाष मार्ग दरियागंज स्थित सब्जी मंडी को भी बंद करा दिया। आरोप है कि तड़के से लेकर रात तक दुकानदारों और खरीददारों द्वारा खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं। मंडी में सब्जी बेचने वाले अधिकांश दुकानदार मास्क नहीं लगा रहे थे और वहां पहुंचने वाले खरीदार भी इसका पालन नहीं कर रहे थे।
पता चला है कि चांदनी महल इलाके की 13 मस्जिदों से 103 जमातियों के मिलने के बाद उसमें से 52 में कोरोना पॉजिटिव मिले थे। यह सभी जमाती हजरत निजामुद्दीन की तबलीगी मरकज में शामिल होकर आए थे। इतनी अधिक संख्या में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद चांदनी महल का इलाका अचानक सुर्खियों में आ गया। बताया जाता है यह इलाके की 13 मस्जिदों में ठहरे हुए थे। अब रविवार को यह मंडी खुलेगी या नहीं इस बारे में अभी तक कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है।


 


पार्षद के पति पर दर्ज हुई एफआईआर 



द्वारका जिला पुलिस ने साउथ दिल्ली नगर निगम की एक पार्षद के पति के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है। वह कांग्रेस के नेता हैं, और कोरोना संक्रमित पाए जाने पर उन्हें एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। आरोप है कि उन्होंने न सिर्फ निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज जाने की बात स्वास्थ्य अधिकारियों से छिपाई, बल्कि संक्रमण के बावजूद वह इलाके में घूमते पाए गए। कांग्रेस नेता को होम क्वारंटीन किया गया था, लेकिन स्वास्थ्य कर्मी जब उनके घर गए तो पता चला कि वह इलाके में घूम रहे हैं।