ATN:नई दिल्ली। दुनिया इन दिनो कोरोना (Coronavirus) के कहर से जूझ रही है। वही आकाशगंगा में हो रही हलचल से धरती के लिए भी खतरा बढ़ गया है। वैज्ञानिकों के अनुसार माउंट एवरेस्ट की आधी ऊंचाई जितना बड़ा खगोलीय पिंड (Celestial bodies) (क्षुद्रग्रह) पृथ्वी के पास से गुजरने वाला है। इसकी गति भी तेज है। अगर ये पृथ्वी (Earth) से टकराता है तो महाविनाश हो सकता है।
खगोलविदों के अनुसार 29 अप्रैल को ब्रह्मांड में एक अनोखी घटना घटित होने वाली है। ये पृथ्वी के अस्तित्व को भी खतरे में डाल सकती है। खगोलीय पिंड सुबह 4:56 बजे 31320 प्रति घंटे की गति से पृथ्वी के पास से गुजरेगा। ये पिंड 4.1 किलोमीटर (व्यास) जितना चौड़ा है। अगर ये पृथ्वी के करीब पहुंच जाए तो पूरे ब्रम्हांड में तबाही आ सकती है। हालांकि इसकी दूरी ज्यादा होने की वजह से खतरे की कोई बात नहीं है। इस बात का दावा खुद नासा ने किया है। अमेरिका की अंतरिक्ष शोध अनुसंधान एजेंसी (नासा) को इस खगोलीय पिंड के बारे में साल 1998 में पता चला था। तब से वे इस पर शोध कर रहे हैं। वैज्ञानिकों ने इस पिंड का नाम 52768 और 1998 ओआर-2 रखा है।
वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला के खगोलविद के अनुसार इस खगोलीय घटना को टेलीस्कोप की मदद से देख सकते हैं। 29 अप्रैल को होने वाली खगोलीय घटना की दूरी पृथ्वी से 3.9 मिलियन माइल्स ही है। जो खगोलीय इकाई के मुताबिक काफी कम है, लेकिन यही पिंड आज से 59 साल बाद यानी वर्ष 2079 में दोबारा पृथ्वी के करीब आएगा। उस दौरान पृथ्वी को खतरा हो सकता है। क्योंकि तब धरती से इसकी दूरी मात्र एक मिलियन माइल्स की होगी।