WHO ने दी चेतावनी, और खराब समय अभी आने वाला है

ATN:जेनेवा, एजेंसियां। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेबरेसस ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस के प्रकोप का सबसे खराब समय अभी आने वाला है। कई देश जिस तरह प्रतिबंधात्मक उपायों में ढील दे रहे हैं, महामारी नए खतरे की घंटी उठा रहा है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम पर विश्वास कीजिए। सबसे खराब समय अभी आने वाला है। हमें इस आपदा को रोकना होगा। बहुत सारे लोग इस वायरस को अब तक नहीं समझ सके हैं।



डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह क्यों मानते हैं कि 1,66,000 से अधिक लोगों के मारे जाने बाद भी इससे बदतर हो सकता है। हालांकि, कुछ लोगों ने अफ्रीका के माध्यम से बीमारी के संभावित प्रसार की ओर इशारा किया है, जहां स्वास्थ्य प्रणालियां बहुत कम विकसित हैं।घेबरेसस ने कहा कि लॉकडाउन पाबंदियों को हटाना महामारी का अंत नहीं है, बल्कि यह अगले चरण की शुरुआत है। महामारी से मुकाबले के अगले चरण की गंभीरता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, देशों को वायरस की रोकथाम के लिए अपने नागरिकों को शिक्षित, प्रोत्साहित और सशक्त करना होगा।



वायरस के दोबारा संक्रमण को लेकर भी उन्हें सचेत रहने की जरूरत है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ने रविवार को जी-20 समूह के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक में कहा, 'हम इस बात को लेकर उत्साहित हैं कि जी-20 के कई देश सामाजिक प्रतिबंधों में ढील देने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन महत्वपूर्ण है कि यह प्रक्रिया चरणबद्ध हो।'



उन्होंने इस बात को लेकर गहरी चिंता जताई कि कोरोना वायरस अब उन देशों में तेजी से फैल रहा है, जिनमें महामारी से निपटने के लिए जी-20 समूह के कई देशों जैसी क्षमता नहीं है। टेड्रोस ने स्वास्थ्य मंत्रियों से कहा, 'कोरोना महामारी से निपटने में ऐसे देशों की ना सिर्फ तत्काल सहायता करने की जरूरत है बल्कि अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी सुनिश्चित किए जाने की जरूरत है।' उन्होंने महामारी से मुकाबले के लिए डब्ल्यूएचओ को 50 करोड़ डॉलर (करीब 3,800 करोड़ रुपये) की आर्थिक सहायता देने पर सऊदी अरब का आभार व्यक्त किया।



कोरोना पर अमेरिका से कुछ नहीं छिपाया



डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेबरेसस ने सोमवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कोरोना वायरस को लेकर ऐसी कोई जानकारी अमेरिका से नहीं छिपाई, जो उसके पास थी। उन्होंने कहा कि जेनेवा में डब्ल्यूएचओ मुख्यालय में काम कर रहे अमेरिकी सरकार के लोगों की मौजूदगी का मतलब है कि पहले दिन से अमेरिका से कुछ भी छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ में कुछ भी गोपनीय नहीं है।