कोरोना संकट अगर PM मोदी की जगह मनमोहन सिंह के राज में आता तो क्या होता? जानिए

ATN:पूरी दुनिया इस समय कोरोना के कहर से जूझ रही है। भारत में 3 मई तक लॉकडाउन है। पीएम मोदी ने 14 अप्रैल को फिर से 3 मई तक के लॉकडाउन की घोषणा की थी।


पीएम मोदी ने लोगों को घरों पर रहने की अपील की जिसका लोग पालन भी कर रहे हैं और उनके एक आग्रह को पूरा देश फॉलो करता है, इस से पता चलता है कि लोगों के दिलों में उनके लिए कितनी इज्जत और मान सम्मान है। लोग उनके आदेश पर ताली-थाली बजाने और दीया-मोमबत्ती जलाने की अपीलों पर अमल करते रहे है।


 


 


आज अगर मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री होते और कोरोनावायरस से लड़ाई का नेतृत्व कर रहे होते तो शायद यह सब मुमकिन न होता। मनमोहन सिंह एक मद्धिम आवाज़, विनम्र चाल-ढाल वाले व्यक्ति है। उनके प्रशंसकों की जमात का अभाव इस महामारी से जंग में उनके लिए भारी अड़ंगे पैदा करता। वे जब देश को सम्बोधित करते तो उनके खुद के पार्टी के मंत्री ही उनके फैसले का शायद विरोध करते रहते।


 


मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे लेकिन उनके कार्यकल में उनसे ज्यादा उनके मंत्रियों की चलती थी। वे सिर्फ एक आवाज थे। लेकिन पीएम मोदी 2014 से अब तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में काम कर रहे हैं और उनकी आवाज इतनी बुलंद है कि पूरा देश सुनता है और कोई इसके खिलाफ बोलना नहीं चाहता।