मध्य प्रदेश कोरोना कहर: करोड़ों की संपत्ति पर चार कंधे भी नहीं मिले अंतिम यात्रा मे

ATN:कोरोना संक्रमण का यह दौर कितना त्रासद है, इसकी नजीर इंदौर के पास स्थित महू में हुई एक मौत से मिलती है। यहां के प्रतिष्ठित व्यापारी शशि कनौजिया कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। भरा-पूरा परिवार और करोड़ों की जायदाद होने के बाद भी उन्हें अपनों के चार कंधे नसीब नहीं हो सके। परिवार का कोई भी सदस्य शशि की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन नहीं कर सका।



बेटे और बेटी ने ऑनलाइन देखी पिता की अंतिम क्रिया
इंदौर प्रशासन ने उनके अंतिम संस्कार के लिए पार्थिव देह महू तक पहुंचाने की अनुमति भी नहीं दी और बुधवार को अंतिम संस्कार कर्मचारियों ने ही किया। परिवार में जहां कई सदस्यों को उनके निधन की जानकारी ही नहीं दी गई तो कुछ स्वजनों को मोबाइल पर उनके अंतिम दर्शन करवाए गए। बेटे अक्षत ने महू में और बेटी चारू ने कनाडा में रहकर अपने पिता की अंतिम क्रिया ऑनलाइन देखी। बेटी अपने पिता को तो आखिरी बार नहीं देख सकी लेकिन उसकी ख्वाहिश है कि वह घर लौटकर उनकी अस्थियों के दर्शन कर सके।



 शशि के निधन की खबर उनके माता-पिता, पत्नी, भाइयों को नहीं दी गई 



होटल व्यवसायी शशि कनौजिया ने मंगलवार देर रात इंदौर के चोइथराम अस्पताल में दम तोड़ दिया। उन्हें करीब तीन हफ्ते पहले कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। शशि के अलावा उनकी पत्नी, पिता और दो भाई भी कोरोना संक्रमित पाए गए। इनमें से एक भाई एक दिन पहले ही संक्रमणमुक्त होकर महू लौटे थे। फिलहाल पूरा परिवार होम क्वारंटाइन है। शशि के निधन की खबर उनके माता-पिता, पत्नी, भाइयों को नहीं दी गई थी।
परिवार का एक भी व्यक्ति नहीं कर पाया अंतिम दर्शन
स्वजन ने बताया कि उनमें संक्रमण इतना ज्यादा फैल चुका था कि प्रशासन ने मौके पर मौजूद एक भी स्वजन को अंतिम बार शशि का मुंह देखने तक की अनुमति नहीं दी थी। स्वजनों ने बताया कि उन्हें शव के आस-पास भी जाने की मनाही थी। शशि काफी पहले से किडनी रोग से पीडि़त थे और उन्हें अस्थमा भी था। ऐसे में संक्रमण और भी बढ़ गया था।